About Book / बुक के बारे में
Pustak Ka Naam / Name of Book ----- महर्षि वात्स्यायन -सम्पूर्ण भाग /Sampurna Kamasutra -All Volume |
Pustak Ke Lekhak / Author of Book ----- महर्षि वात्स्यायन /Maharishi Vatsyayan |
Pustak Ki Bhasha / Language of Book ---- हिंदी/HIndi |
Pustak Ka Akar / Size of Ebook ----- 2.2 MB |
Pustak me Kul Prashth / Total pages in ebook - 148 |
prakasan ki thithi/ Publication Date ----- 1950 |
Download Sthiti / Ebook Downloading Status -- Best |
Summary of Book / बुक का सारांश
काम-शास्त्र-शिक्षा एवं काम-कलाएं (Kaamshastra-The art and Science to be studies)
प्रत्येक पुरुष को श्रुति-स्मृति आदि धर्मशास्त्रों के साथ-साथ कामशास्त्र और उसके सहायकशास्त्रों का भी अध्ययन व करना चाहिए । स्त्रियों को भी इस शास्त्र का अध्ययन करना वांछनीय है । वरन उन्हें तो अपनी युवावस्था से पूर्ण ही किसी कुशल समर्थ आचार्य से काम-शास्त्र की शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए । विवाहोपरान्त स्त्री को अपने पति देव की आज्ञा से ही यह कामशिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। वात्स्यायन का कहना है कि स्त्रियों को कामशास्त्र के सिद्धांतों का व्यावहारिक रूप देने का अधिकार है इसके लिए उन्हें कोई नहीं रोकता । इसीलिए स्त्रियों को काम शास्त्र अवश्य पढ़ना चाहिए । किन्तु एक बात का ध्यान अवश्य चाहिए कि खियां कामकला की शिक्षा पूरी लें या कम, परन्तु उन्हें यह शिक्षा विश्वस्त और योग्य व्यक्ति से एकान्त में लेनी चाहिए।
Every man should study and study the scriptures along with the Shruti-Smriti etc., as well as Kamasastra and its auxiliaries. It is desirable for women to study this scripture. But they should have studied Kama-Shastra from a skilled competent teacher only from their youth. After marriage, a woman should obtain this education only on the orders of her husband Dev.
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About Writer / लेखक के बारे में
महर्षि वात्स्यायन प्राचीन भारत के कामशास्त्र के उद्भट विद्वान है । अपने रतिशास्त्र का वैज्ञानिक अध्ययन करके मानव- मात्र के हितार्थ तद्विषयक सब ज्ञान अपने ‘कामसूत्र’ नामक ग्रन्थ में संगृहीत कर दिया है। एक पीढ़ी के बाद दूसरी पीढ़ी और इस प्रकार कई पीढ़ियां उनके ग्रंथ से लाभ उठकर अपने जीवन को सफल बनाती रही है। प्रस्तुत छोटे-से ग्रन्थ में डॉक्टर सतीश गोयल ने सारी आवश्यक सामग्री सरल ढंग से सामान्य पाठकों के हितार्थ प्रस्तुत कर दी है।
“जीवन के बारे में एक मजेदार बात यह है कि यदि आप सर्वश्रेष्ठ वस्तु से कुछ भी कम स्वीकार करने से इंकार करते हैं तो अकसर आप उसको प्राप्त कर ही लेते हैं।”
डब्ल्यू. सोमरसेट मोघम“It’s a funny thing about life; if you refuse to accept anything but the best, you very often get it.”
W. Somerset Maugham